अतिशय क्षेत्र रामटेक नागपुर जिले के नजदीक स्तिथ हैं. श्री १००८ शांतिनाथ दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र रामटेक, यह क्षेत्र वनवास के समय भगवन रामचंद्र के विश्राम स्थल के कारन रामटेक कहलाया. यहाँ के सुरम्य वनों में कालिदास के मेधदूत नमक अमर काव्य की रचना की. वास्तु कला निर्माण में भोसले राजाओ द्वारा निर्मित देवालय समूह और तलहटी में विशाल परिसर में दिगम्बर जिनालय शिखर समहू, अतिअशय यूक्त श्री १००८ भगवन शांतिनाथ की पीले पशन की लगभग शेड १३ फ़ुट के चतुर्थ कालीन खडगासन प्रतिमा, अनेक वेदियाँ, पाशान पर उत्कीर्ण उत्क्रुस्त कलाकृति इत्यादी प्रमुख आकर्षण के केंद्र हैं. |